X

Cloud Computing Kya Hai (What is Cloud Computing in Hindi)?

Author: Amresh Mishra | 12 महीना पहले

आज हम इस पोस्ट में बात करेंगे Cloud Computing क्या है? (What is Cloud Computing in Hindi). Cloud Computing हाल ही में Computer की दुनिया में सबसे अधिक मांग वाली तकनीकों में से एक बन गई है। IT(Information Technology) के वर्तमान युग में, सब कुछ Cloud computing की अवधारणा पर निर्भर करता है। क्लाउड कंप्यूटिंग की अवधारणा ने कंप्यूटर की दुनिया में एक भयानक क्रांति शुरू कर दी है। चलिए विस्तार से जानते हैं Cloud computing से जुड़ी विभिन्न प्रकार की चीजें जैसे Cloud computing क्या है, Cloud computing के प्रकार तथा उदाहरण, Cloud computing के फायदे तथा नुकसान इसके इतिहास आदि।

Cloud Computing क्या है (What is Cloud Computing in Hindi)

Cloud Computing in Hindi

Cloud computing का अर्थ है Internet आधारित Services, software या Hardware को Outsource करना। वर्तमान में हम में से लगभग सभी जो कंप्यूटर या मोबाइल पर Internet का उपयोग करते हैं उनका Facebook या Email Account है जब भी हम चाहते हैं, हम Facebook का इस्तेमाल करते हैं तथा ईमेल भेजते तथा प्राप्त करते हैं।

आप उन्हें इंटरनेट के माध्यम से तब तक देख सकते हैं जब तक कि किसी वजह से उस Mail को हटा नहीं दिया जाय। क्या आपने कभी सोचा है कि ये चीजें किसी भी कंप्यूटर पर कहां संसाधित या संग्रहीत किए जाते हैं? वास्तव में, हम में से कोई भी User नहीं जानता है कि यह चीजें कहां Stored है।

ऐसा इसलिए है क्योंकि दुनिया के विभिन्न देशों में इन Services को प्रदान करने वाली कंपनियों के पास बड़ी संख्या में Servers हैं, जिसके माध्यम से वे बड़ी संख्या में ग्राहकों को ये Services प्रदान कर रहे हैं। हम यहां जिन Services के बारे में बात कर रहे हैं, वे मुफ्त में मिल रही हैं। इसके अलावा, कई Organisations हैं

जो मुफ्त में इंटरनेट के माध्यम से विभिन्न सेवाएं प्रदान करते हैं, जैसे कि Website Registration, Website hosting, आदि। ये सभी Cloud computing के रूप में जाने जाते हैं।

अगर बात की जाय Cloud computing के परिभाषा की तो क्लाउड कंप्यूटिंग दूरस्थ सर्वर कंप्यूटर संसाधनों जैसे हार्डवेयर, सॉफ्टवेयर, नेटवर्क आदि का एक समूह है, जो इंटरनेट के माध्यम से विभिन्न प्रकार की Services प्रदान करता है। अगर एक Specific Angle से देखा जाए तो Cloud computing सिर्फ एक Technology नहीं है, बल्कि एक Business Model है।

Cloud Computing के उदाहरण (Examples Of Cloud Computing in Hindi)

वर्तमान समय में आप Cloud computing से जुड़े बहुत सी उदाहरण आप अपने आस पास देख सकते हैं। इनमें से हम कुछ विशेष Cloud computing के Examples आपके सामने प्रस्तुत कर रहे हैं।

  • YouTube- जब भी आपको किसी भी चीज से जुड़ी Video की जरूरत होती है आप YouTube का सहारा लेते हैं, आप अपना खुद का Channel बनाकर भी वहां अनेकों Videos अपलोड कर सकते हैं। एक बार लॉगिन करने के बाद अपने द्वारा अपलोड कि गई सारी Videos आप प्राप्त कर सकते हैं। इस प्रसिद्ध विडियो Sharing Platform पर प्रतिदिन लाखों Videos अपलोड किए जाते हैं। YouTube इन सभी Videos को Store करने के लिए Cloud computing Technology का इस्तेमाल करता है।
  • Email- आप में से बहुत से लोगों ने ईमेल का इस्तेमाल किया होगा। आप इसका इस्तेमाल किसी अन्य के पास संदेश भेजने और प्राप्त करने के लिए करते हैं। आप इसका इस्तेमाल अपने Documents आदि को Store करने के लिए भी करते हैं। Email Services प्रदान करने वाली सभी Companies आपको मुफ्त में storage space प्रदान करती है। ये Service Provider companies (Gmail, Rediffmail, Yahoo mail आदि) आपके जानकारी को Store करने के लिए Cloud computing technology का इस्तेमाल करती है। कई अन्य Online Storage space provider (Dropbox, Box, Mediafire) आदि Websites भी Cloud computing technology का इस्तेमाल करते हैं।
  • Facebook– Facebook आज लगभग सभी Phone में देखने को मिल जाता है, आप Facebook पर Status लगाते हैं या नयी पोस्ट अपलोड करते हैं और पढ़ते हैं। वहां Text, Video, Live show आदि बहुत सी चीजें देखने को मिलती है जिसे Store करने के लिए Facebook भी Cloud computing technology का इस्तेमाल करता है।

Cloud Computing का इतिहास (History Of Cloud Computing in Hindi)

Cloud computing की शुरुआत आज के लगभग 60 साल पहले 1960 के दशक में हो चुकी थी। इस समय Computer का विकाश भी पुरी तरह से नहीं हो पाया था। इसके लगभग 30-40 साल बाद Saleforce नामक Company ने Cloud computing से जुड़ी Services प्रदान करना शुरू किया। इसके बाद से Cloud computing technology का इस्तेमाल शुरू हो गया। लोगों ने इसका इस्तेमाल किया और इसके महत्व को समझा। इसके बाद धीरे- धीरे Cloud computing के इस्तेमाल तेजी से होने लगा और 21वी शताब्दी से प्रसिद्ध कंपनियां Amazon, Google और Microsoft आदि ने Cloud Computing technology का इस्तेमाल किया और वे अपने ग्राहकों की इससे जुड़ी Services प्रदान करने लगे।

Cloud Computing कैसे काम करता है (How Cloud Computing works)

अगर बात की जाय Cloud Computing के कार्यप्रणाली की तो यह Dual layers technology पर काम करता है। यहां Layers का प्रयोग करके Servers को Manage किया जाता है जिसे Back End तथा Front end कहा जाता है। जो Layer हम उपयोग करते हैं उसे Front end तथा जिस Layers की सहायता से server को Manage किया जाता है उसे Back End कहा जाता है। इन दोनों Layers मिलकर Cloud computing के Servers का Setup पूरा करते हैं।

यह भी पढ़िए :-  DH Creator se kaise kamaye

Cloud Computing के प्रकार (Types Of Cloud Computing in Hindi)

Cloud computing को मूल रुप से दो भागों में बांट गया है।

  1. Deployment के आधार पर
  2. Services के आधार पर

Deployment के आधार पर Cloud Computing के प्रकार

Deployment के आधार पर Cloud Computing 4 प्रकार के होते हैं।

  • Public Cloud Computing

Public cloud computing की सेवाएं इंटरनेट से जुड़े सभी लोगों के लिए खुली होती हैं। इस मामले में, Services (Application, Storage और अन्य Resources) का उपयोग मुफ्त या कम लागत पर किया जा सकता है। Public cloud service provider के मुख्य उदाहरण Amazon, Microsoft और Google आदि हैं।

इनका अपने स्वयं के Data center में Public cloud बुनियादी ढांचे को तैनात और प्रबंधित करके विभिन्न प्रकार की सेवाएं प्रदान किया जाता है।

  • Private Cloud Computing

Private cloud computing एक Cloud infrastructure है जिसमें Services और Network एक Private cloud पर Store किये जाते हैं। जैसा कि नाम से ही पता चलता है यह प्राइवेट है, इसमें User अपने Cloud Storage को किसी अन्य के साथ शेयर नहीं करता। और इसमें किसी Third Party के Management को प्रतिबंधित किया जाता है। Google Drive एक Private Cloud Computing का उदाहरण है। यहां आपका सारा Data, User ID, Password Safe रहता है जो किसी अन्य के द्वारा उपयोग नहीं किया जा सकता। ऐसे Cloud बहुत महंगे होते।

  • Community Cloud Computing

Community cloud computing का इस्तेमाल किसी समूह में कार्य करने के लिए होता है। यह एक प्रकार का Private cloud ही है जिसे समूह के अलावा किसी अन्य के द्वारा Access नहीं किया जा सकता है। सरकारी दफ्तर या college इसका मुख्य उदाहरण है। दफ्तर के कर्मचारी अपने Data को Store करने के लिए तथा किसी University द्वारा बनाई गई Website का डाटा Students द्वारा Access किया जा सकता है। इस प्रकार के कार्य Community के माध्यम से हो रही है इसलिए इसे Community cloud computing कहते हैं।

  • Hybrid Cloud Computing

एक Hybrid cloud दो या दो से अधिक प्रकार के Cloud (Private, Public या Community) का संयोजन होता है। हालांकि विभिन्न प्रकार के Cloud में अलग-अलग विशेषताएं होती हैं, वे एक ही तरह से एक साथ काम करते हैं। Hybrid cloud services की क्षमताओं को बढ़ाने या सीमित करने के लिए एक या अधिक Cloud services को Integrate किया जाता है।

Services के आधार पर Cloud Computing के प्रकार

Cloud computing द्वारा प्रदान की जाने वाली Services के आधार पर Cloud Computing 3 प्रकार के होते हैं।

  • Iaas (Infrastructure as a service)

इस प्रकार का Cloud computing किसी Model infrastructure के लिए किराए पर लिया गया होता है। इस तरह की Services में Cloud computing का पूरा Control Users के हाथों में होता है। इस Service का इस्तेमाल मुख्य रूप से किसी business को Operate करने के लिए किया जाता है। इस Services का सबसे बड़ा Example VPS (Virtual Private Server) है। User वर्चुअल मशीन पर Operating system को optimize कर सकते हैं। और वे अपने नियंत्रण में Application software Install कर सकते हैं और चला सकते हैं।

  • Paas (Platform as a service)

इस मॉडल में, Computing Machine को किराए पर लिए बिना Virtual Machine किराए पर ली जाती है, जिसमें Operating system, Programming language, Executive environment, Database और Web server इत्यादि शामिल होते हैं। इस Platform के users कम लागत पर अपने Application software को विकसित और चला सकते हैं। इस मॉडल के उदाहरण Google के App Engine, Gmail, Rediff, Yahoo आदि हैं।

  • Saas (Software as a service)

यह मॉडल Users को Service Provider द्वारा विकसित Software और Database तक पहुंच प्रदान करता है। यह Users को CPU का उपयोग करने की अनुमति देता है। इसका इस्तेमाल किसी विशेष प्रकार के कार्यों के लिए किया जाता है। इसका उपयोग किसी छोटे Business के लिए होता है। Google Suite, Google Docs आदि SaaS के उदाहरण हैं।

यह भी पढ़िए:-  Blogger VS wordpress in Hindi 

Cloud computing के लाभ और नुकसान

क्लाउड कंप्यूटिंग सभी प्रकार के व्यवसाय के लिए कई प्रकार के लाभ प्रदान करता है। हालाँकि, इन सभी फायदों के अलावा, इसके कुछ नुकसान भी हैं।

Cloud computing के लाभ

  1. Cloud computing services दुनिया में कहीं से भी उपलब्ध हैं।
  2. Cloud computing के माध्यम से कई High quality वाले पूर्ण कार्य करना संभव है। और सभी आवश्यक सॉफ़्टवेयर का उपयोग करना संभव है जो आपको अलग-अलग पैसे से खरीदना पड़ सकता है।
  3. एक बार में बहुत सारा Data Store करना संभव है। और वह Data कभी भी नष्ट या दूषित नहीं होगा। Cloud computing कंपनियों के कई Data center होते हैं। इसलिए आपको अपने डेटा के बारे में चिंता करने की ज़रूरत नहीं है।
  4. Cloud computing services तुलनात्मक रूप से कम खर्चीली हैं। आप इस सेवा को विभिन्न अवधियों में अपनी आवश्यकताओं के अनुसार खरीद सकते हैं। यह 1 महीने या 6 महीने या 1 साल या जीवन भर हो सकता है।
  5. Cloud computing services को लगभग सभी प्रकार के कंप्यूटिंग उपकरणों द्वारा नियंत्रित किया जा सकता है। मान लीजिए कि आप अपने घर के कंप्यूटर के साथ Cloud computing के माध्यम से एक Project कर रहे थे, तो आप इसे अपने टैबलेट या फोन से कर सकते हैं।
  6. हर समय प्रयोग करने योग्य।
  7. सूचना किसी भी समय कहीं से भी अपलोड और डाउनलोड की जा सकती है।
  8. आपको हार्डवेयर, सॉफ्टवेयर, लाइसेंस फीस के लिए ज्यादा खर्च करने की जरूरत नहीं है।
  9. Software स्वचालित रूप से अपडेट किया जाता है और इसे आसानी से नियंत्रित किया जा सकता है।

यह भी पढ़िए:- MPL App se paise kaise kamaye

Cloud Computing के नुकसान

  1. Users को यह नहीं पता है कि Cloud में उपयोग की जाने वाली जानकारी को कहां Store किया जा रहा है.
  2. Cloud में सूचना की सुरक्षा और गोपनीयता कम होती है।
  3. Cloud में उपयोग किए जाने वाले प्रोग्राम या सॉफ़्टवेयर पर Users का कोई नियंत्रण नहीं है।

Conclusion

आज यहाँ पर आपने सीखा Cloud Computing क्या है (What is Cloud Computing in Hindi) और यह कैसे काम करता है तथा यह कितने प्रकार का होता है. यहाँ पर मैंने क्लाउड कंप्यूटिंग से जुड़े विभिन्न प्रकार की चीजें को विस्तार से बताया है.

आशा करता हूँ आपको यह पोस्ट पसंद आई होगी. अगर आपको यह जानकारी उपयोगी लगा हो तो इसे अन्य लोगों के साथ शेयर करना न भूलें. अगर आपको Cloud Computing से जुदा कोई सवाल पूछना चाहते हैं तो आप हमें कमेंट के माध्यम से बता सकते हैं.

Share on:

Author: Amresh Mishra

I am Amresh Mishra, owner of My Technical Hindi Website. I am a B.Sc graduate degree holder and 21yrs old young entrepreneur from the City of Patna. By profession, I'm a web designer, computer teacher, google webmaster and SEO optimizer. I have deep knowledge of Google AdSense and I am interested in Blogging.

Leave a Comment